कुंभ राशिफल 2022
राशि के स्वामी शनि इस वर्ष पत्रिका (कुंभ राशिफल 2022) में लाभ के स्थान पर बैठे हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए अनुकूल वर्ष होने का संकेत दे रहे हैं। भाग्य के स्वामी शुक्र आपकी राशि से 12 वें स्थान पर विराजमान है और यह देखा गया है कि 12 वें स्थान में शुक्र की उपस्थिति के कारण आपके धन से संबंधित कोई भी कार्य, धन के न होने बावजूद भीकहीं न कहीं से आपके कार्य को पूरा करने में सहयोग करेगा। कर्मक्षेत्र का स्वामी इस वर्ष पत्रिका में स्वराशि में विराजमान है, जो आपकी राशि के लिए बहुत शुभ संकेत एवं रूचक महायोग बना रहा है। इसका लाभ स्वरुप आपको कार्यक्षेत्र, पदोन्नति, नई नौकरी के साथ-साथ नए व्यवसाय के लिए भी शुभ योग बनेगें । मान और सम्मान बढ़ाने का कारक बुध ग्रह है, जो आपके लिए संतान भाव का स्वामी भी है और शिक्षा के भी और ये लाभ के स्थान पर सूर्य के साथ बुधादित्य योग बना रहे हैं। जिसका लाभ आपको भरपूर मिलेगा। लाभ के स्थान पर आपके लिए पंचग्रही योग होना बहुत फायदेमंद है क्योंकि यह योग आपके लिए पूर्ण राजयोग की तरह काम कर रहा है।
वर्ष के आरंभ में, 24 जनवरी को, शनि आपकी राशि से 12 वें स्थान में आ जाएंगे। इस समय आप पर शनि की साढ़ेसाती शुरु हो जाएगी तथा शनि आपकी राशि के 12वें स्थान पर विराजित हो जाएंगें। जो आपके धन खर्च में वृद्धि के संकेत दे रहे हैं। शारीरिक कष्ट भी बढ़ सकता है, स्वास्थ्य का ध्यान रखें, कमजोरी महसूस हो सकती है। सिरदर्द, गले में दर्द आदि से परेशान हो सकते हैं।
Kumbh Rashifal 2022(कुंभ राशिफल 2022) के अनुसार, 30 मार्च को गुरु आपकी राशि से 12 वें स्थान पर आ जाएंगें। जो आपको अपने जन्मस्थान से दूर होने के योग बना रहे है। हालाँकि, बृहस्पति आपके लिए कई मायनों में यहाँ सफलतादायक होंगे। लेकिन गुरु आपकी राशि से 12 वें स्थान पर है, जो कभी-कभी गलत फैसलों और अत्यधिक विश्वास के कारण नुकसान झेलना पड़ सकता है। इस समय किसी भी चीज में निवेश करने से थोड़ा बचने की कोशिश करें। इसके साथ, गुरु की पंचम दृष्टि आपके सुख स्थान पर पड़ रही है। अगर आप कोई प्रॉपर्टी बेचना चाहते हैं, तो आप इसमें बहुत अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
11 मई को कुंडली में शनि वक्री हो जाएंगें। जिसके बाद आपकी परेशानी और बढ़ सकती है। हालाँकि शनि स्वराशिगत हैं, जिसके प्रभाव से शनि खुद ही आपको परेशानियों से निकलने का रास्ता भी सुझाएगें। ऐसी स्थिति में आपके लिए शनिदेव तथा हनुमान जी की पूजा करना भी लाभदायक सिद्ध हो सकता है। इसके साथ ही आप अपनी मध्यमा उंगली में काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी पहन सकते हैं।
गुरु 14 मई को वक्री हो जाएंगें, गुरु के वक्र होने से आपके लाभ की स्थिति में बढ़ोतरी हो सकती है। इस समय, आपको जन्मस्थान और जन्मस्थान से दूर, दोनों स्थितियों में अच्छे लाभ मिल सकते हैं। पिछली योजनाएँ जो बनी थीं, उन्हें भी पूरा करने का अवसर मिलेगा।
30 जून को गुरु पुनः धनु राशि में वापस आ जाएंगे। जिससे आपके रुके हुए कार्य बनने लगेंगे। धन में वृद्धि का योग भी बनेगा। पैतृक संपत्ति से भी आपको लाभ हो सकता है। हालांकि, इस समय बृहस्पति केतु का भी योग बन रहा है, जो संपत्ति विवाद का संकेत दे रहा है।
13 सितंबर को गुरु के मार्गी होने के बाद, गुरु फिर से आगे की योजना बनाने में आपकी सहायता करेंगें और साथ ही आपको छोटी यात्राएं करने का अवसर भी मिलेगा।
कुंभ वर्ष कुंडली 2020 के अनुसार, 23 सितंबर को राहु का परिवर्तन आपकी राशि से चौथे स्थान में होने जा रहा है जिसे माता और आपके घर, वाहन, सुख का स्थान माना गया है। इस घर में राहु का उच्च राशि में जाना घरघर को विस्तार देने के योग बना रहा है। यदि पुनर्निर्माण कार्य लंबित है तो इसे इस समय पूरा किया जा सकता है। नए वाहन की प्राप्ति का योग भी बन रहा है ।
कार्यक्षेत्र में परिवर्तन के योग बन सकते हैं। इसके साथ ही, केतु भी लाभ स्थान से कर्म पर विराजमान हो रहे हैं, जो कि मंगल की राशि वृश्चिक राशि के हैं। इसका परिणाम भी मंगल की ही तरह आपको मिलेगा। काम के मामले में प्रगति होगी, अगर कोई साक्षात्कार या परिणाम लंबे समय से लंबित हैं, तो आप सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। शारीरिक रूप से भी आप अपने आप में एक नई ऊर्जा महसूस करेंगे।
29 सितंबर को शनि मार्गी हो जाएंगें, जिसके बाद परेशानियां कम होती दिखाई देंगी। इससे आप अपने खर्चों पर नियंत्रण कर पाएंगे और आपके दुश्मन भी इस समय कमजोर होंगे।
कुंभ राशिफल में 20 नवंबर को गुरु फिर से मकर राशि में आएंगे। सके पश्चात शत्रुओं पर विजय प्राप्ति होगी। नया घर मिल सकता है। अच्छे दोस्त बनेंगें। आपको शिक्षा से संबंधित लाभ भी मिलेगा।