शास्त्रों में लक्ष्मीजी को सिर्फ धन की ही नहीं बल्कि सुख, शांति और प्रेम की देवी भी माना गया है। जहां शांति, भाईचारा और प्रेम है वहां लक्ष्मीजी की जरूर कृपा होती है। हमारे आध्यात्मिक ग्रंथों में ऐसे कार्य वर्जित बताए गए हैं जिन्हें लक्ष्मीजी उचित नहीं मानतीं।
जो व्यक्ति इनमें से कोई एक भी काम करते है, तो उसके घर का मां लक्ष्मी त्याग कर देती हैं।
- जो मनुष्य सुबह देर तक सोता है या सायंकाल को भी शयन करता है, उसके भाग्योदय के मार्ग में बाधाएं आती हैं मां लक्ष्मी उसका त्याग कर देती हैं।
- जिस घर में रहने वाले लोग एक दूसरे का सम्मान नहीं करते, जहां आए दिन अपशब्दों का उपयोग किया जाता है, जहां झगड़े का माहौल होता है, मां लक्ष्मी उस स्थान का त्याग कर देती हैं।
- जो मनुष्य सदैव अपनी ही चिंता करता है, जो परोपकार नहीं करता, जो अत्यधिक भोजन करता है लेकिन कभी गौ, जरूरतमंद व्यक्ति को भोजन नहीं देता, मां लक्ष्मी उसे त्याग कर देती हैं।
- आयुर्वेद सहित विभिन्न ग्रंथों में दांतों और मुख की सफाई पर जोर दिया गया है। ऋषियों के अनुसार जो व्यक्ति मुख की सफाई नहीं करता, वह अन्न का अपमान करते और जहां अन्न का अपमान होता है, वहां लक्ष्मीजी नहीं आती।
- शरीर की सफाई के साथ ही वस्त्रों की सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार जो व्यक्ति मैले वस्त्र धारण करता है, लक्ष्मीजी उसके जीवन से चली जाती हैं।