इस बार 14 नवंबर बहुत खास दिन बनने जा रहा है। 14 नवंबर यानि कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक अलौकिक खगोलीय घटना होगी जो 21वीं सदी के इतिहास में बहुत खास होगी। इस दिन धरती के चारों ओर चक्कर लगाने वाला चन्द्रमा धरती के सबसे नजदीक होगा।
ऐसा होने के कारण ये और दिनों के मुकाबले लगभग 14 फीसदी बड़ा तथा 30 फीसदी ज्यादा चमकीला होगा। इसी कारण इस दिन दिखने वाले चन्द्रमा को ‘सुपरमून‘ कहा जा रहा है। यह घटना अपने आप में खगोलीय इतिहास में अनोखी होगी। 14 नवंबर को दिखने वाला सुपरमून न सिर्फ साल 2016 में धरती का सबसे नजदीकी चंद्रमा होगा, बल्कि 21वीं सदी का भी सबसे नजदीकी चंद्रमा होगा। हालांकि, चंद्रमा की चमक और आकार देखने के स्थान पर भी निर्भर करेगा।
नहीं होगा कोई नुकसान
14 नवंबर को दिखने वाला ‘सुपरमून’ एक ऐसी खगोलीय घटना है जो अक्सर होती है। ऐसा इसलिए होता है कि चन्द्रमा चक्कर लगाते-लगाते धरती के अत्यन्त समीप आ जाता है। यही घटना 14 दिसंबर को वापस होगी लेकिन उस दिन इसकी चमक और आकार में अंतर होगा। इसके बाद यह घटना पूरे 18 वर्ष बाद यानि 25 नवंबर 2034 में ही देखी जा सकेगी।