वर्ष 2018 मेष राशि वालों के लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। 18 अप्रैल से शनि वक्री हो रहा है, इसी प्रकार 11 अक्टूबर से गुरु भी अष्टम भाव में आ जाएगा जिससे इस वर्ष कड़ी भागदौड़ के बाद भी मेष राशि वालों को उनकी अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं मिल पाएगा और मन में खिन्नता बनी रहेगी। पूरे वर्ष शरीर में रोग, पीड़ा बनी रहेगी। परिवार में अशांति तथा कार्यस्थल पर साथियों व उच्चाधिकारियों के साथ मनमुटाव बना रहेगा, हर तरफ निराशा का माहौल बना रहेगा। वर्ष के मध्य में गुरु की अनुकूलता मिलने से कुछ बिगड़े काम बन जाएंगे परन्तु सभी में सफलता की उम्मीद न करें। ग्रहों के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शनि, राहु तथा गुरु की शांति के उपाय करें, अवश्य लाभ होगा। मानसिक उत्तेजना से दूर रहें और धैर्य रख कर ही कोई काम करें।
जनवरी से मार्च तक का समय आपके लिए कष्टदायक हो सकता है, सावधानी रखें। अनावश्यक दौड़-धूप व अपव्यय के चलते परेशान रहेंगे। अप्रैल में मित्रों तथा स्वजनों के सहयोग से आपके रूके हुए कार्य बनने लगेंगे। इसके बाद आपके लिए सितंबर तक का समय सफलता देने वाला रहेगा। नवीन योजनाओं से लाभ होगा। नौकरी व व्यापार में तरक्की दिखाई देगी। पारिवारिक सुख मिलेगा। स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। अक्टूबर से दिसंबर तक के बीच समय अशुभ फल देने वाला रहेगा। क्रोधी स्वभाव के चलते दुखी रहेंगे, स्त्री-सुख भी अल्प रहेगा।
जनवरी – 3, 4, 12, 13, 14, 22, 23, 31
फरवरी – 1, 8, 9, 10, 18, 19, 20, 27, 28
मार्च – 8, 9, 17, 18, 19, 26, 27
अप्रैल – 4, 5, 14, 15, 22, 23, 24
मई – 1, 2, 3, 11, 12, 13, 20, 21, 29, 30
जून – 8, 9, 16, 17, 25, 26
जुलाई – 5, 6, 13, 14, 15, 22, 23, 24
अगस्त – 1, 2, 3, 10, 11, 18, 19, 20, 28, 29, 30
सितंबर – 6, 7, 15, 16, 25, 26
अक्टूबर – 4, 5, 12, 13, 14, 22, 23, 31
नवंबर – 1, 8, 9, 10, 18, 19, 20, 27, 28
दिसंबर – 6, 7, 16, 17, 24, 25, 26